चौहान ने कहा कि कमलनाथ की नजरों में सभी लोगों का गलत होना उनकी हताशा और निराशा का प्रतीक है। कमलनाथ को इस बात की तकलीफ है कि उनके हाथों से सत्ता चली गयी। जबकि सत्ता में रहते हुए उन्होंने जनहित के कार्य नहीं किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन स्थितियों के बीच कमलनाथ का अहंकार नहीं जा रहा है। वे सभी को धमकाने वाली भाषा में बात करते हैं। कमलनाथ को समझना चाहिए कि सबसे बड़ी जनता होती है और यहां की जनता प्रेम की भाषा जानती है।
राज्य में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनावों के लिए कल रविवार शाम पांच बजे चुनावी शोरगुल थम जाएगा। इस बीच आज और कल चुनाव अभियान में सत्तारूढ़ दल भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। राज्य में 12 मंत्रियों समेत कुल 355 प्रत्याशियों की किस्मत दाव पर लगी है और 03 नवंबर को मतदान के साथ इनकी किस्मत इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो जाएगी। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे।