जानकारी के अनुसार, जब आयकर विभाग ने दागा के महाराष्ट्र के सोलापुर स्थित ठिकाने में रात करीब एक बजे छापा मारा तो विधायक के यहाँ काम करने वाला एक व्यक्ति बैग लेकर भागने की कोशिश कर रहा था, तभी वह अधिकारियों के हत्थे चढ़ गया। जब बैग खोला गया तो अधिकारियों की आखें खुली की खुली रह गयी। बताया जा रहा कि, इस ठिकाने से इसी तरह के कई और बैग भी मिले हैं। नोटों की भारी संख्या देखते हुए नौबत यहाँ तक आ पहुँची कि नोटों की गिनती के लिए टीम को काउंटिंग मशीन लगानी पड़ीं। लम्बे समय की काउंटिंग के बाद जब जोड़ा गया तो यह नकदी 7.50 करोड़ रुपए के करीब निकली। जब इस सम्बन्ध में डागा से बात की गई तो वह इसका स्रोत नहीं बता पाए, आयकर विभाग ने इसे जब्त कर लिया। पहले दो दिन में भी बैतूल समेत दूसरे ठिकानों से 60 लाख रुपए की राशि मिल चुकी थी। दोनों को मिलाकर इस सर्च से जब्त राशि 8.10 करोड़ रुपए हो गई। राशि ज्यादा होने के कारण सोलापुर में दो बैंकों की शाखाएं केवल पैसा जमा कराने के लिए रविवार होने के बाद भी खुलवाई गईं।
कहा जा रहा है कि, आयकर विभाग भोपाल की इवेंस्टिगेशन विंग में अब तक हुई किसी भी सर्च में एक साथ इतना बड़ा कैश बरामद नहीं हुआ। इससे पहले साल 2019 में अश्विन शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सहयोगियों के यहां हुई सर्च में करीब 12 करोड़ रुपए की बरामदगी जरूर हुई थी, लेकिन यह छापा दिल्ली की आयकर विभाग की तरफ से मारा गया था।